Tritiya Sopan Pioneering | तृतीय सोपान पायनियरिंग | Knot Lashing & Whipping | Tritiya Sopan Logbook

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पायनियरिंग (Pioneering)

a) निम्नलिखित गांठें बांधना और उनके उपयोग को जानना:-

i. फायरमैन चेयर गांठ (Fireman’s Chair Knot):

बांधने की विधि:-

• रस्सी को दोनों हाथों में दो जगहों से पकड़िए

• बायीं तरफ एक लूप बनाइए । उसका सिरा रस्सी के आगे की तरफ रहेगा।

• दायीं तरफ भी एक लूप बनाइए। उसका सिरा रस्सी के पीछे की तरफ रहेगा।

• फिर इन दोनों लूपों को नजदीक लाकर मिला दीजिए।

• अब दोनों लूपों के एक-एक भाग को प्रत्येक लूप के अंदर से खींचेंगे।

• अभी जो गांठ बनी है, वह ढीली है । उसको बायीं तरफ से लॉक करने के लिए रस्सी के खुले सिरे को बाएं लूप के ऊपर से घुमाव लगाकर रस्सी के सिरे को घुमावों के नीचे से लेकर खींच दीजिए। अब गांठ का बायां हिस्सा लॉक हो चुका है।

• इसी प्रकार दाहिने हिस्से को लॉक कर दीजिए।

-उपयोग :-

★ यह गांठ समायोज्य (Adjustable) तथा ताला-युक्त (Lockable) लूप बनाने के काम आती है।

★ बचाव के दौरान किसी व्यक्ति को सहारा देने के काम आती है। एक लूप सीने के चारों ओर तथा भुजाओं के नीचे सहारा देता है और दूसरा लूप टांगो व घुटनों को सहारा देता है।

★ इस गाँठ का अधिक प्रयोग किसी ऊंची मंजिल में आग लगने पर आहतों को नीचे उतारने में किया जाता है।

ii. भारवाहक गांठ (Man Harness Knot):-

उपयोग:-

इस गाँठ का मुख्य उपयोग रस्सी के बीच में एक लूप बनाने के लिए किया जाता है जो कि हुकिंग या चढ़ाई के लिए उपयोग किया जाता है । कोई व्यक्ति अपने कंधे पर एक कवच के रूप में इस लूप का उपयोग कर सकता है ताकि वह अपना पूरा वजन इस पर डाल सके।

बांधने की विधि :-

• चित्र में दिखाए अनुसार एक अंडरहैंड लूप का गठन करें।

• चित्र-A के अनुसार एक लूप बनाएँ और इसे तीर द्वारा दिखाए गए रस्सी के हिस्से के ऊपर रखें।

• अब रस्सी को B पर पकड़ें और इसे नीचे और ऊपर की ओर खींचें जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। यह बाइट बनाता है जो आपके कंधे के लिए लूप बन जाता है। उपयोग करने से पहले गाँठ को कस लें।

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iii. Bowline on a bight :-

बांधने की विधि:-

◆ रस्सी के एक भाग के मध्य में एक बाइट बनाएं।

◆ एक लूप बनाएँ तथा इसके और बाइट के सिरे को लूप से पास करें।

◆ बाइट को खोलें और इसे पूरी गांठ के चारों तरफ घुमाएं जब तक कि यह दोनों खड़े सिरों को घेर ना ले। गांठ को पूरा करने के लिए कस लें।

उपयोग:
★ यह लूप की एक जोड़ी बनाती है जो फिसलती नहीं है।

★ इसका उपयोग रस्सी के बीच में कुछ जोड़ने के लिए किया जाता है।

iv. ड्रॉ हिच (Draw Hitch) :-

यह एक साफ क्विक-रिलीज गांठ है जो काफी तनाव सह सकती है। इसे हाईवेमैन हिच भी कहा जाता है। यह नाव को मूरिंग (mooring) के साथ सुरक्षित बांधने के काम आती है और इसको सरलता से टग के साथ खोला जा सकता है।

गांठ लगाने की विधि:-

• लकड़ी के नीचे से एक बड़ा सा बाइट(bight) बनाएं।
• अब लकड़ी के ऊपर से एक छोटा बाइट बनाएं।
• छोटे बाइट को लकड़ी से ऊपर से घुमाव लगाकर बड़े बाइट के बीच से निकालें।
• अब बड़े बाइट के दाहिने रस्सी को खींच ले और लकड़ी के नीचे से लाकर एक और बाइट बना लें।
• इस बने हुए बाइट को बायीं तरफ बने बाइट के अंदर से गुजारें।
• अब बाईं तरफ बने बाइट की दाहिनी रस्सी को कसकर खींच लीजिए।

उपयोग :-

रस्सी के सिरों को सुरक्षित करने के साथ-साथ इस गांठ को रस्सी के बीच में भी बांधा जा सकता है जिसके परिणाम स्वरूप रस्सी के दो छोर समान रूप से नीचे लटके होते हैं। इस तरह एक पर्वतारोही एक छोर का उपयोग करके नीचे उतर सकता है और दूसरे छोर पर टगिंग करके रस्सी को पुनः प्राप्त करने की क्षमता रखता है।

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b) विकर्ण लैशिंग (Diagonal Lashing) बांधना व उसका प्रदर्शन करना:

◆ विकर्ण लैशिंग (Diagonal Lashing):-

विकर्ण लैशिंग बांधने की विधि:-

● विकर्ण लैशिंग लगाने के लिए दो लकड़ियां लीजिए।

● दोनों लकड़ियों के चारों ओर लैशिंग करने के लिए सबसे पहले टिंबर हिच गांठ लगाएं।

● एक धुरी(axis) में दो लकड़ियों के चारों ओर 3-4 घुमाव लगाएं और उसके बाद दूसरी धुरी में लकड़ियों के चारों ओर 3-4 घुमाव लगाएं।

● अब तीन-चार बार फ्रेपिंग घुमाव लगा दें जिससे लैशिंग अच्छे से कस जाए।

● अब इसको खूंटा गांठ के साथ समाप्त करें।

उपयोग :-

◆ इस बन्धन का प्रयोग किन्ही दो बल्लियों या लाठियो को कर्णवत एक साथ बांधने में होता है।

◆ ट्रेसल में इस का उपयोग किया जाता है।

SAILOR’S WHIPPING

रस्सी के सिरे को उधड़ने से बचाने के लिए Whipping की जाती है।

◆ रस्सी के सिरे के बल (मिलाव) को तीन हिस्सों में उधेड़ लीजिये। अब इन उधेड़ों को 1, 2, 3 नंबर कर दीजिए। बीच वाली रस्सी को 2 नंबर मान लीजिए और इसको पीछे की ओर रखो।

◆ Whipping करने के लिए पतले डोरे का एक लूप बनाइए। डोरी के लूप को बीच वाली रस्सी संख्या-2 में डालें। अब लूप को नीचे की ओर खींचे।

◆ अब इन तीनों रस्सियों को वामावर्त (Anti Clockwise) दिशा में फिर से मेल दें और डोरे को दक्षिणावर्त (Clockwise) दिशा में उनके साथ-साथ लपेटते जाएं। अब रस्सी पहले जैसी सिमटी हुई हो जाएगी।

◆ रस्सी के साथ डोरे के लूप तथा उसके छोटे हिस्से को बाएं हाथ से पकड़ लीजिए। डोरे के लंबे हिस्से को ज्यादा कसे बिना डोरे के चारों ओर लपेटें। यह Whipping स्थाई होनी चाहिए, अतः अब घुमावों को कसकर लगाएं । रस्सी की मोटाई के अनुसार उचित संख्या में घुमाव लगाइए। घुमावों को ढीले होने से बचाने के लिए अंगूठे से दबाए रखें।

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◆ अब डोरे को ऊपर की ओर एक-दूसरे के बीच ऊपर से ले जाइए। ध्यान रहे कि लूप शुरू और खत्म एक ही रस्सी पर होगा जैसे रस्सी संख्या -2 पर । अब डोरे को नीचे खींच दीजिए।

◆ अब नीचे की डोरी को ऊपर ले आइए और रस्सियों के बीच से उनके ऊपर ले जाकर खींच दीजिए। अब डोरे के दोनों सिरों को कसकर बांध दीजिए। बांधने के लिए रीफ़ नॉट का उपयोग कीजिए। अतिरिक्त डोरे को काट दीजिए।

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