तम्बू लगाना, ट्रेसल बनाना एवं सीढ़ी बनाना || TENT PITCHING ,TRESAL ,LADDER || तृतीय सोपान पायनियरिंग || THE BHARAT SCOUTS & GUIDES.

 
तम्बू-लगाना-(tent pitching)-पायनियरिंग

पायनियरिंग (PIONEERING)

 तम्बू लगाना (TENT PITCHING)

टेंट किसी भी व्यक्ति के रहने के लिए अस्थाई आशियाना होता है । यह किसी व्यक्ति को कहीं भी रहने के लिए मददगार होता है। टेंट जल्दी से कहीं भी लगाया जा सकता है और हटाया जा सकता है। व्यक्तियों की संख्या के अनुसार और टेंट के आकार के अनुसार टेंट भिन्न-भिन्न प्रकार के होते हैं। स्काउटिंग में पट्रोल प्रकार का टेंट ज्यादा सही होता है।

टेंट में प्रयोग होने वाला सामान:
★ पोल (डंडे)
★ शामियाना कपड़ा (Canvas)
★ खूंटी
★ सहारे की रस्सियाँ (guylines)
★ नीचे बिछाने की शीट

टेंट लगाने की विधि :-
◆ सबसे पहले टेंट लगाने के स्थान का चयन करना

◆ ग्राउंड शीट को जमीन पर बिछा दीजिए जहां पर टेंट लगाना हो । उसके चारों कोनों पर खूँटे गाड़ दीजिए। अब टेंट के कैनवास को खोलिए और छत के नीचे के हिस्से को ऊपर रखते हुए बिछा दीजिए। कैनवास के बीच में एक पोल लगाइए जिसे रिज पोल (Ridge Pole) कहते हैं।

◆ अब रिज पोल के दोनों किनारों पर दो-दो रस्सियाँ बांध दीजिए और इन रस्सियों को एक-दूसरे से कैनवास के सहारे क्रॉस कर दीजिए।

◆ इन रस्सियों को बांधने के लिए चार खूँटे गाड़िए। रिज पोल पर निश्चित दूरी पर तीन-चार रस्सियाँ बाँधिए जो कैनवास को तनाव में रखेंगे तथा कैनवास को बीच में से झुकने नहीं देंगे। रिज पोल के कोनो के अनुसार 2 टेंट पोल जमीन में गाड़िए। अब टेंट पोल को रिज पोल के साथ कसकर बांध दीजिए। टेंट पोल का ऊपर निकला हुआ हिस्सा डौलीज (Dollies) कहलाता है।

◆ टेंट पोल को मुख्य रस्सियों की सहायता से खूंटे गाड़कर बांध दीजिए। दरवाजे और कोनों को ब्रेलिंग (Brailings) से बांध दीजिए। अन्य guylines को भी कस कर बांध दीजिए । सभी brailings को लूप लगाकर कस दीजिए जिससे टेंट की दीवारें सीधी व कसी हुई रहती हैं। खूँटों से बांधने से पहले brailings में लूप लगाइए ताकि खूँटों से फिसलने से बचाव हो सके।

ट्रेसल बनाना

टेसल बांस बल्लियों से निर्मित एक आकृति है जिसमें छः बल्लियों बांस तथा उन्हें कसने के लिये नौ रस्सियों का प्रयोग किया जाता है । ट्रेसिल का प्रयोग पुल निर्माण में होता है।

बनाने की विधि -
◆ भूमि पर दो मजबूत लाठियाँ / बल्लियाँ इस प्रकार रख दें कि आधार के ऊपर सिरे की लाठियों में 5 : 6 का अनुपात रहे।

◆ आधार के ऊपर एक बांस जिसे लेजर ( Ledger ) के नाम से पुकारा जाता है रखें तथा सिरे पर जिसे ट्रानसम ( Transom ) का नाम दिया गया है दूसरी लाठी रख दें।

◆ दो लाठियाँ मध्य भाग में कैंचीनुमा इस प्रकार रखें कि उसका एक सिरा पाद के नीचे हो।

◆ आठों सिरों पर समानान्तर (Square) बन्धन तथा मध्य में गुणाकार (Diagonal) बन्धन लगाकर कस दें।

सीढ़ी बनाना ( Ladder )

सीढ़ी का प्रयोग किसी ऊँचे पेड़ ,मचान ,टावर , झोपड़ी अथवा पुल पर चढ़ने के लिये किया जाता है।
       अपनी रस्सी और लाठियों से अल्पावधि में सीढ़ी बनाने में स्काउट / गाइड दक्ष होते हैं।