प्रवेश प्रथम सोपान महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर
1. भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की परिभाषा क्या है ?
उत्तर :- भारत स्काउट्स एवं गाइड्स नवयुवक/नवयुवतियों के लिए एक स्वयं सेवी, गैर-राजनीतिक, शैक्षिक आंदोलन है जो वंश , जाति या धर्म के भेदभाव से परे सब के लिए समान रूप से खुला है और लॉर्ड बेडन पावेल द्वारा 1907 में निर्धारित उद्देश्य, सिद्धान्त एवं विधियां पर आधारित है।
2. भारत स्काउट्स एवं गाइड्स का सिद्धांत क्या है ?
उत्तर :- स्काउट/गाइड आंदोलन निम्नलिखित तीन सिद्धांतो पर आधारित है:-
1- ईश्वर के प्रति कर्तव्य:-
अपने धर्म के अनुसार ईश्वर आराधना एवं तदनुरूप आचरण करना। ईश्वर की दी हुई प्रकृति की देखभाल व उसकी प्रगति में सहायक बनना।
2- दुसरो के प्रति कर्तव्य:-
परिवार, पड़ोस,समाज तथा देश के प्रति अपना कर्तव्य करना अथार्त स्थानीय, राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए कार्य करना, समझदारी व सहयोग से कार्य करना, लोगो के प्रति सम्मान व विश्वास का भाव जगाकर समाजिक उन्नति में सहयोग करना।
3- स्वयं के प्रति कर्तव्य:-
स्वयं का शारिरिक, बौद्धिक, समाजिक व आर्थिक विकास करना,ज्ञान ,कौशल और सामाजिक सम्बन्धो में उन्नति करना। अपने परिवार के प्रति अपने दायित्व को निभाना।
4. भारत स्काउट्स एन्ड गाइड्स का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर :- स्काउट/गाइड आंदोलन का उद्देश्य युवाओं के शारिरिक, बौद्धिक, समाजिक, भावात्मक औऱ आध्यात्मिक विकास में मदद कर उन्हें स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है।
5. स्काउट के नियम कितने हैं ?
उत्तर :- स्काउट नियम एक है लेकिन इसके खण्ड(भाग) नौ (09) है।
1.) स्काउट विश्वसनीय होता है।
2.) स्काउट वफादार होता है।
3.) स्काउट सबका मित्र और प्रत्येक दूसरे स्काउट का भाई होता है।
4.) स्काउट विनम्र होता है ।
5.) स्काउट पशु -पक्षियों का मित्र और प्रकृति प्रेमी होता है।
6.) स्काउट अनुशासनशील होता है और सार्वजनिक सम्पति की रक्षा करने में सहायता करता है।
7.) स्काउट साहसी होता है।
8.) स्काउट मितव्ययी (कम खर्चीला) होता है।
9.) स्काउट मन, वचन और कर्म से शुद्ध होता है।
6. स्काउट की प्रतिज्ञा क्या है ?
उत्तर :- मैं मर्यादा पूवर्क प्रतिज्ञा करता/करती हूं कि मैं यथाशक्ति -
- ईश्वर और अपने देश के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करूंगा/करूंगी
- दुसरो की सहायता करूंगा/करूंगी
- स्काउट/गाइड नियम का पालन करूंगा/करूंगी
नोट:- ' ईश्वर ' शब्द के स्थान पर इच्छानुसार "धर्म" शब्द का प्रयोग किया जा सकता है।
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7. स्काउट गाइड का आदर्श वाक्य (motto) क्या है ?
उत्तर :- स्काउट गाइड का आदर्श वाक्य है:- तैयार (BE PREPARED)
तैयार का अर्थ है कि वह मानसिक रूप से जागरूक, शारीरिक रूप से स्वस्थ और उनका नैतिक स्तर उच्च हो। ताकि कोई भी समस्या उत्पन्न होने पर तुरंत उसका समाधान कर सके।
8. स्काउट गाइड चिन्ह क्या है ?
उत्तर :- स्काउट/गाइड चिन्ह परिचय और पहचान का गुप्त संकेत है। इस चिन्ह को दिखाकर विश्व मे कही भी कोई स्काउट गाइड एक दुसरे के स्काउट गाइड संगठन के सदस्य होने की जानकारी दे देता/देती है। इस संस्था का सदस्य बनने के लिए प्रत्येक बालक/बालिका को एक शपथ(प्रतिज्ञा) लेनी अनिवार्य है। इस शपथ को स्काउट गाइड चिन्ह बनाकर लिया जाता है। प्रतिज्ञा लेते या दोहराते समय स्काउट गाइड चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
इस चिन्ह को बनाते समय दाहिने हाथ केहुनी से मुड़ा, तीन अंगुलिया कंधे की सीध में खड़ी जबकि छोटी अंगुली अंगूठे से दबी हो। तीन खड़ी अंगुलिया प्रतिज्ञा की तीन प्रतिबद्धता की प्रतीक है।
9. स्काउट गाइड सैल्यूट किन अवसरों पर देनी चाहिए ?
उत्तर :- सैल्यूट निम्न अवसर पर देनी चाहिए:-
* राष्ट्रीय ध्वज, भारत स्काउट गाइड ध्वज और विश्व स्काउट गाइड ध्वज फहराते समय सावधान की अवस्था मे सैल्यूट किया जाता है।
* इसके अतिरिक्त टोली/दल के निरीक्षण में टोली/दल नायक सैल्यूट करेंगे।
* शव यात्रा, मुख्य अतिथि व मुख्य राष्ट्रीय आयुक्त एवं अन्य वरिष्ठ आयुक्तों को सैल्यूट करते हैं।
10. प्रत्येक स्काउट गाइड एक दूसरे से सदैव बांया हाथ क्यों मिलाते हैं ?
उत्तर :- स्काउट गाइड एक दूसरे से बाँया हाथ मिलाते है। बी पी ने इस विचार को अफ्रीका की 'अशांति' जाति के सरदार " परमपेह " से ग्रहण किया। परमपेह ने 1874 में उसके पूर्बजों से हुई सन्धि को उसने नही माना। अतः उसे वश में करने का कार्य बी पी को सौंपा। बी पी ने अपनी युक्ति ,बुद्धि, कौशल और साहस से उसे बन्दी बना लिया।
जब उसे बी पी के सम्मुख लाया गया तो उसने अभिवादन के लिए अपना बांया हाथ आगे बढाया, इसका रहस्य पूछने पर उसने कहा कि उनकी जाति में सबसे बहादुर योद्धा अपने मित्र से बायाँ हाथ मिलाते है।जिसका तात्पर्य है कि उनके पास कोई शस्त्र नही है और वह प्रगाढ़ दोस्ती का प्रतीक है। एवं सभी लोगो का हृदय बाए तरफ होता है जो हार्दिक सद्भावना का प्रतीक है। इस घटना से प्रेरित होकर बी पी ने स्काउटिंग में बाँया हाथ मिलाने की प्रथा को लागू करना तय किया।
11. राष्ट्रीय ध्वज का नाप क्या होता है ?
उत्तर :- राष्ट्रीय ध्वज का नाप 3:2 है अथार्त 120 से.मि. × 80 से.मि रखा गया है। झंडे की तीनों पट्टियां समान लम्बाई व चौड़ाई की रखी गई है।
12. विश्व स्काउट ध्वज की लंबाई और चौड़ाई की नाप क्या है ?
उत्तर :- विश्व स्काउट ध्वज की लम्बाई व चौड़ाई 135×90 से.मि है। इसी प्रकार विश्व स्काउट बैज की साइज भी 45×30 से.मि होती है।
13. टोली विधि (Patrol System) क्या है ?
उत्तर :- प्रत्येक स्काउट दल/गाइड कंपनी टोलियों में विभाजित होगी। टोलियों का अपना पेट्रोल कॉर्नर ,पेट्रोल गीत,पेट्रोल सिंहनाद, पेट्रोल में 06 से 08 स्काउट/गाइड होंगे जिनमे उस टोली के पेट्रोल लीडर व सहायक सम्मिलित हैं।
टोलियों का नाम (स्काउट के लिए) किसी जानवर/चिड़िया (गाइड के लिए) किसी पुष्प के नाम पर होगा।नाम का निर्धारण टोली सभा मे स्काउटिंग फ़ॉर बॉयज पुस्तक के अनुसार रखा जाएगा तथा टोली का प्रत्येक सदस्य अपने यूनिफॉर्म पर अपनी टोली के "शोल्डर स्ट्रिप" लगाएगा।
14. कोर्ट ऑफ ऑनर के क्या कार्य है ?
उत्तर :- मान सभा (कोर्ट ऑफ ऑनर) के कार्य:-
1.) कार्यकलापों की योजना बनाना
2.) दल/कम्पनी के आंतरिक मामलों को निपटाना
3.) दल/कंपनी के अनुशासनात्मक व वितीय पक्ष को देखना
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15. ट्रूप / कम्पनी मीटिंग का संचालन कौन और क्यों करता है ?
उत्तर :- स्काउटर गाइडर , अपने दल कम्पनी तथा टोली नायकों को सक्रिय बनाये रखने तथा उन्हें स्काउट क्राफ्ट की नवीन जानकारी देने के लिए किसी निश्चित स्थान, और समय पर एक बैठक (ट्रूप मीटिंग) का स्वयं संचालन करते हैं ।
16. दीक्षा देने का अधिकार किसे है ?
उत्तर :- स्काउट मास्टर/ गाइड कैप्टन का यह विशेष अधिकार है कि वह दीक्षा संस्कार का संचालन स्वयं करे।
17. दीक्षा देने का उपयुक्त स्थान और समय बताए ?
उत्तर :- दीक्षा देने के लिए बेला या सांय की सुमधुर बेल अत्यंत उपयुक्त होती है। दीक्षा पवित्र , शांत , प्राकृतिक वातावरण से युक्त स्थल पर करनी चाहिए ताकि वातावरण का प्रभाव स्काउट्स गाइड्स पर अच्छा करे
18. टोली में अधिकतम कितने सदस्य हो सकते हैं ?
उत्तर :- 08 , कम से कम 06 और अधिकतम 08
19. टोली विधि (Patrol System) की विशेषता क्या है ?
उत्तर :- टोली विधि की विशेषता:-
-इससे उत्तरदायित्व की भावना का विकास होता है।
- निरीक्षण और परीक्षण की सुविधा उपलब्ध होती है।
-लोकतन्त्रात्मक भावना का विकास होता है।
- श्रम विभाजन के दृष्टिकोण की पुष्टि होती है।
- मनोवैज्ञानिक विकास का अवसर प्राप्त होता है।
20. टोली सभा (Patrol In Council) किसे कहते हैं ?
उत्तर :- टोली के सभी सदस्यों की बैठक कर आवश्यक निर्णय लिए जाते हैं जिसे " टोली सभा (पेट्रोल इन कॉउंसिल) कहा जाता है।
21. टोली का कोना (Patrol Corner) किसे कहते हैं ?
उत्तर :- किसी मैदान या कक्ष में जहां टोली के सदस्य एकत्रित होते हैं, अपना समान रखते हैं, प्रशिक्षण या अभ्यास करते है, अथवा सभा करते है उस स्थान को " पेट्रोल कॉर्नर " कहा जाता है।
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22. टोली का झंडा कैसा होता है एवं इसकी नाप क्या है ?
उत्तर :- आधार 20 से.मि. तथा दोनों भुजाएं 30-30 से.मि. के सफेद कपड़े का त्रिभुजाकार ध्वज जिसके मध्य में लाल रंग से टोली के नाम के अनुरूप चिन्ह बना हो तथा जिसे स्काउट लाठी पर पेट्रोल कॉर्नर पर फहराया गया हो, उसे " टोली का झंडा " कहा जाता है।
23. टोली की आवाज (Patrol Call) क्या है ?
उत्तर :- प्रत्येक टोली अपने नाम को सार्थक करने के लिए उस जानवर, चिड़िया पुष्प आदि का प्रतीक निनाद ,आदर्श वाक्य या आवाज चुन लेता है, जिससे वह समय समय पर अपनी टोली का परिचय देती है। इस प्रकार जिस जानवर,चिड़िया,पुष्प के नाम पर टोली का नामकरण किया जाता है उसके बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है।आवाज (पेट्रोल कॉल) अपने सदस्यों के लिए गुप्त संकेत है।
24. घाव कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर :- घाव चार प्रकार के होते हैं -
कटा घाव (Incised Wound)
फटा घाव (Lecerated Wound)
चुभा घाव (Punctured Wound)
भीतरी घाव (Contused Wound)
25. प्राथमिक सहायता किसे कहते हैं ?
उत्तर :- किसी आकस्मिक घटना या किसी रोग से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर के आने से पूर्व या अस्पताल ले जाने से पहले रोगी को दी जाने सहायता को प्राथमिक सहायता कहा जाता है।
26. प्राथमिक सहायक मुख्य क्या क्या गुण होने चाहिए ?
उत्तर :- प्राथमिक सहायक के गुण:-
एक कुशल प्राथमिक सहायक में निम्नलिखित गुण होने चाहिए:-
1.) उसमें नेतृत्व की क्षमता हो, वह साहसी हो,भीड़ नियंत्रण कर सके तथा स्थानीय आवश्यक सहायता ले सके।
2.) निरीक्षण शक्ति तीव्र हो ताकि रोग का कारण जान सकें।
3.) आत्म संयम व शांति से कार्य करे
4.) व्यवहार कुशल हो ,रोगी और उसके परिजनों को सांत्वना दे सके।
5.) अपने कार्य मे दक्ष हो, आत्मविश्वास हो अथार्त सूझ बूझ से काम ले।
27. प्राथमिक उपचार में ABC का अर्थ है ?
उत्तर :- प्राथमिक उपचार शुरु करने पर सबसे पहले मरीज़/घायल की जाँच के लिये 3 चीज़ो को अहमियत दी जाती है जिसे संक्षेप मे फर्स्टएड की ABC के नाम से जाना जाता है. यह निम्नलिखित है:-
◆ A – Airway (श्वसन नली की जांच) :-
यह जीवन की रक्षा से सम्बन्धित है.किसी के प्राणो को बचाने के लिये यह निश्चित करना ज़रूरी है कि उसके वायुमार्ग मे कोइ अवरोध न हो।
◆ B –Breathing (श्वांस की जांच) :-
वायुमार्ग जाँचने के बाद यह देखना चाहिये कि मरीज़/घायल सचेत अवस्था मे हो और उसे साँस लेने मे कोइ तकलीफ न हो।
◆ C-Circulation (परिसंचरण की जांच):-
अंत मे यह देखा जाता है कि मरीज़/घायल का खून का परिसंचरण हो रहा है या नहीं, जिसके लिये उसकी नाड़ी (pulse rate) का निरीक्षण किया जाता है।
28. प्राथमिक सहायता के स्वर्णिम नियम क्या क्या है ?
उत्तर :- प्राथमिक सहायता के स्वर्णिम नियम:-
1.) अति आवश्यक काम पहले करें
2.) आवश्यक हो तो कृत्रिम सांस दे।
3.) रक्त स्राव हो रहा हो तो उसे रोके।
4.) सदमे से बचायें।
5.) किसी एक कार्य मे अधिक समय न लगाएं।
6.) रोगी व उसके परिजनों को सांत्वना दे।
7.) अनावश्यक भीड़ हटाये ताकि रोगी को स्वछ हवा मिल सके।
8.) अनावश्यक रूप से वस्त्र न हटाये।
9.) डॉक्टर को बुलाये या रोगी को अस्पताल ले जाने की व्यवस्था करें।
10.) यदि रोगी के घर का व्यक्ति या सम्बंधी न हो तो उसके घर सूचना भिजवाये।
29. प्राथमिक सहायता बॉक्स में मुख्य रूप से कितने समान होते हैं ?
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30. रस्सी मुख्यतः कितने प्रकार की होती है ?
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