B.P. SIX EXERCISE
बी.पी. के छह ब्यायाम
" स्वस्थ और प्रसन्नचित रहने के लिए रक्त शुद्ध और सक्रिय रखो जो सादे संतुलित भोजन ,प्रयाप्त व्यायाम, स्वच्छ हवा,शरीर की आंतरिक और बाह्य स्वच्छता तथा समुचित विश्राम से ही सम्भव है"
बी.पी ने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए छह व्यायाम बताये है। प्रत्येक व्यायाम को कम से कम छह बार और अधिक से अधिक बारह बार करे। इसे अपनी क्षमता और समय के अनुसार करें।
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1.बी.पी. का पहला एक्सरसाइज
सिर,चेहरे और गर्दन का ब्यायाम:-
सिर चेहरे और गर्दन को कई बार जोर से दोनों हाथों की हथेलियों व अंगुलियों से मले, गर्दन तथा गले की पेशियों को थपथपाए। अपने बालों में कंघा करे,एक ग्लास पानी पीकर बाकी के ब्यायाम को करें।
2.) बी.पी का दूसरा एक्सरसाइज
सीने (छाती) का ब्यायाम:-
सावधान की अवस्था मे सिर आगे झुकाते हुए तथा बाजू तने हुए घुटनों की सीध में , हथेलियों का रुख बाहर की ओर के धीरे-धीरे सांस छोड़ दे।अब सांस भरते हुए धीरे-धीरे हाथों को सिर के ऊपर लेजा कर जितना सम्भव हो पीछे तक ले जाये।हाथों का वृत बनाते हुए ईश्वर को धन्यवाद करते हुए धीरे धीरे पूर्वावस्था में नीचे लाये। इस ब्यायाम को करते हुए शरीर और सांस का सामांजस्य बनाये रख कर कम से कम छह तथा अधिक से अधिक 12 बार करे।
3.बी.पी.का तीसरा एक्सरसाइज
अमाशय (पेट) का ब्यायाम:-
सावधान की अवस्था मे खड़े होकर दोनों भुजाओं और अंगुलियों को सीने के आगे तान दे।अब पांवो को बिना हिलाए धीरे धीरे सांस भरते हुए कमर को दाहिने ओर इस प्रकार मोड़ें की दोनों हाथ समांतर स्तिथि में जितना पीछे तक ले जाये। कुछ सेकेंड रुक कर सांस छोड़ते हुए , अब पुनः सांस भरते हुए दाहिने ओर यह क्रम जारी रखे। छह बार कर चुकने के बाद क्रम बदले। अब बायीं ओर से प्रारंभ कर दाहिने ओर जारी रखें। सांस नाक से लेकर मुहँ से छोड़े।
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4.) बी.पी चतुर्थ एक्सरसाइज
कूल्हे (धड़) का ब्यायाम:-
बी.पी के चतुर्थ ब्यायाम को "शंकु ब्यायाम" भी कहा जाता है। सावधान की अवस्था में खड़े होकर दोनों हाथो को सिर के ऊपर जितना ऊंचा ले जाना। सम्भव हो तथा अंगुलियो को परस्पर मिला ले।
अब थोड़ा पीछे झुककर दाईं ओर मुड़ते हुए तथा सांस छोड़ते हुए दाहिने से बाएं कमर को आगे झुकाए। जब शरीर ऊपर को उठाना शुरू हो तो सांस भरे और धीरे धीरे पूर्व अवस्था मे सिर सीधा हाथ ऊपर करे।इस प्रकार हाथ से एक वृत बन जायेगा। दाहिने ओर से कम से कम 3 और बायीं और से भी 3 बार, इस प्रकार कम से कम छह अधिकतम बारह बार करे।
5.) बी.पी का पांचवां एक्सरसाइज
शरीर के निचले भाग और टांगो की पिंडलियों का ब्यायाम
पाँव में थोड़ा फासला रख कर हाथों को सिर के पीछे इस प्रकार लगा ले कि सिर को हाथों का सहारा मिले।कमर से ऊपर सिर पीछे को झुका हो ताकि चेहरा आसमान की ओर हो। सांस छोड़ते हुए हाथों को सीधा तानते हुए सिर धीरे धीरे आगे को झुकाए तथा हाथ की अंगुलियों से पंजे छू ले। अब सांस भर कर धीरे धीरे पूर्वावस्था में लौट आये। लगभग इसे 12 बार करें। इस ब्यायाम से रीढ़ की पेशियां, अमाशय तथा पिंडलियों को फायदा मिलता है। पाँचवा ब्यायाम ही एक मात्र ब्यायाम है जो विश्राम की अवस्था मे किया जाता है।
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6.) बी.पी का छठा ब्यायाम
टांगो,पांवो,तथा पंजो का ब्यायाम
सावधान अवस्था मे नंगे पांव खड़े होकर हाथों को कमर पर रखकर सांस छोडते हुए पंजे पर खड़े होकर धीरे धीरे बैठने की स्तिथि में आये, घुटनों में फांसला रखे तथा शरीर सीधा रखें। सांस लेकर धीरे धीरे उठकर पूर्व की स्तिथि में आये। इसी क्रम को दोहराते हुए लगभग 12 बार करे।
इस ब्यायाम से पैरों की मांसपेशियों मजबूत होती है।
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