रस्सी की जानकारी, उपयोग एवं सिरा सुरक्षित करना | Rope & Rope Work | Kind Of Rope

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रस्सी की जानकारी
रस्सी,स्काउट/गाइड की एक अच्छी मित्र है! अतः उसकी सम्पूर्ण जानकारी होना उनके लिए अतिआवश्यक है!
रस्सी-सूत, जूट, नारियल,नायलॉन, तार, टेरिलीन,सन आदि की बनती है! किंतु सन की रस्सी मजबूत और कोमल होती है!
रस्सी को फीट या फैदम में नापा जाता है! 
                 रस्सी की परिधि से उसकी मोटाई आंकी जाती है अर्थात 3.. मोटी रस्सी वह कहलाती है जिसकी परिधि 3”और व्यास 1” हो! 1” से कम की परिधि की रस्सी को लड़ी (STRING OR CORD) कहा जाता है! 3” की रस्सी की मजबूती(safe working load SWL) होगी 2.3=k18 (WTS.प्राकृतिक रेसों (Natural Fibres) को किसी एक दिशा में बाँट देने पर धागा (Thread) तथा धागों को विपरित दिशा में बंट देने से लड़ें (Stand) बनती और लड़ों को बांटकर रस्सी (Rope) बनती है! 

साधारणतया रस्सी तीन प्रकार के होते है:-
1.दुलड़ी रस्सी (Double laid) दो लड़ें बट कर!
2.तिलड़ी रस्सी (Howser) तीन लड़ें बट कर!
3.चौलड़ी रस्सी (Shround) चार लड़ें एक साथ बट कर!
किसी रस्सी के दो सिरे होते हैं- चुस्त सिर (Running end) तथा सुस्त सिरा (Standing part) ! चुस्त सिरा क्रियाशील रहता है जब की सुस्त भाग सहयोग करता है! रस्सी को किसी स्थान पर मोड़ा जाना मोड़ (Bight) कहलाता है! यदि `बाइट`के दोनो सिरे मिला दिये जायें तो उसे फंदा (Loop) कहा जाता है1 जब  चुस्त सिरा ऊपर हो तो ऊपरी फंदा (Over hand loop) ओर चुस्त सिरा जब नीचे की ओर हो तो निचला फंदा ( Under hand loop) कहलाता है!

प्रत्येक स्काउट गाइड अपने पास एक 3 मीटर की 3/4 इंच मोटी रस्सी रखता है, जिसे जीवन रक्षक डोरी कहते हैं।

गांठो का उपयोग:-

-एक ही रस्सी के दोनों सिरों को एक साथ जोड़ना

-दो रस्सियों को एक साथ जोड़ना

-किसी रस्सी को किसी खम्भे या छल्ले पर बांधना

-रस्सी को छोटा करना

-रस्सी के अंतिम सिरे पर रोक लगाना

-रस्सी के सम्भाल में सावधानियां

-रस्सी को खुली नही छोड़ना चाहिए

-रस्सी में गांठे लगी व ऐंठन नही छोड़ना चाहिए

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रस्सी के सिरे सुरक्षित करना (WHIPPING):-

रस्सी को काटते है उसके लड़े खुल जाती है जिससे उसका कुछ भाग बेकार हो जाता है इसलिए रस्सी के सिरों को सुरक्षित करना आवश्यक है सिरों पर गाँठ का प्रयोग न करें किसी विधि से उसे विप करना चाहिए नाइलोन व टेरी लिन की रस्सी को काटने से पूर्व आंच में पिलाकर सुरक्षित कर लेना चाहिए
 सूत जुट नारियल सन आदि को सुरक्षित करने की निम्नलिखित विधियां प्रचलित है:-

1.) जिससे सिरे को सुरक्षित करना हो उसके ऊपर एक मजबूत मोटा धागा लेकर एक लूप बना लें और धागे के दूसरे सिरे को आवश्यकतानुसार लपेट लें अंत में इसे सिरे को लुप में डालकर उसे खींच। 

2. जिस सिरे को सुरक्षित किया जाना है उस पर धागे से कसकर डॉक्टरी गाँठ लगा दे। दूसरी गाँठ पहली के विपरीत लगाए।इस प्रकार रस्सी के आगे पीछे कई गांठे लगाकर शेष धागा काट ले।

3. रस्सी की लड़ो को थोड़ा सा खोलकर उनमें से एक लड़ पर धागे का मोड़ (Bight) बनाकर डाल दे। अब सभी लड़ो को साथ लेकर धागे के बड़े सिरे से उनमें से 3 4 बार कसकर लपेटे लगा दे।

4. क्राउन नॉट से भी रस्सी के सिरे सुरक्षित किये जा सकते है।

5. सादी गाँठ तथा क्राउन गाँठ से भी अल्पकाल के लिए सिरे सुरक्षित किये जा सकते हैं।

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